भाई दूज क्यों मनाया जाता है 2024

Bhai Dooj Kyon Manaya Jata Hai

By Praveen Kalyan


Bhai Dooj Kyu Manaya Jata Hai : आपके मन का अगर यह सवाल है तो आप के लिए यह आर्टिकल है। इसमें आपके मन के सवालों के जवाब मिल जायेंगे। तोडा तोडा करके आपके जितने भी त्यौहार आते जायेंगे उस हिसाब से आपको इसके बारे में बताया जायेगा।

दीपावली के बाद मनाया जाने वाला त्यौहार जिसे हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है। आप जरूर ये सोचेंगे की यह भाई दूज के त्यौहार की शुरुआत कैसे हुई थी। इसके साथ ही यह भी के ये क्यों मनाया जाता है। Bhai Dooj Kyon Manaya Jata Hai – हम दीपावली मानते है इसके ठीक तीसरे दिन यह त्यौहार मनाया जाता है। भाई बहन के प्यार और विश्वास के रिश्ते, एक दूसरे का साथ देने वाले भाई बहन के रिश्ते के रूप में यह त्यौहार मनाया जाता है।

आज का त्यौहार, भाई दूज के दिन बहनें अपने भाइयों को टिका लगाती है यह टीका विशेष रूप से रोली का होता है इसके साथ में भाई के मौली भी बांधती हैं। भाई को मिठाई भी खिलाई जाती है और नारियल भी दिया जाता है। अपने भाई की लम्बी उम्र, उनके अच्छे और उज्जवल भविष्य के लिए मनोकामनाएं मांगती है। इसके साथ ही उनको तिलक भी लगत्ती है।

चलिए थोड़ा विस्तार में जानते है की भाई दूज क्यों मनाई जाती है।

त्योंहार

त्यौहार भाई दूज
 
इस त्यौहार के अन्य नाम भाई टीका, यम द्वितीया, भाऊ बीज
अबकी बार तारीख 3 नवंबर 2024
धर्म                हिन्दू
भाई दूज 2023 तिथि                कार्तिक माह के शुक्ल द्वितीया तिथि

अबकी बार Bhai Dooj उत्सव कब मनाया जायेगा

यह त्यौहार दीपवली के तीसरे दिन मनाया जाता है। अबकी बार इसका मुहूर्त 14 नवंबर को दोपहर 01 PM बजकर 36 मिनट से शुरू जो जायेगा और  03 बजकर 22  मिनट तक होगा।

भाई दूज क्यों मनाया जाता है व इसका महत्व’

भाई दूज पर भाई को तिलक करने के बाद भोजन कराने की धार्मिक मान्यता है. ऐसा कहा जाता है कि जो बहन पूरी श्रद्धा और आदर के साथ तिलक और भोजन कराती है और जो भाई अपनी बहन का आतिथ्य स्वीकार करता है, उनकी सारी इच्छाएं पूरी होती हैं और यमराज का भय नहीं रहता है.

इस पवित्र त्यौहार पर भाई को तिलक किया जाता है, भोजन कराया जाता है। मान्यता है की, बहनो के द्वारा भाई के लिए ऐसा करने से, बहन की सारी इच्छाएं पूरी होती है। जैसे की पहले की कहानी के अनुसार या पौराणिक कहानी के अनुसार बताया गया है।

भाई दूज के दिन की पौराणिक कथा

वैसे अलग अलग लोग और अलग अलग मत है। लेकिन एक कथा अनुसार, भगवान सूर्य की दो संताने थी। एक बेटा जो यमराज थे और एक बेटी यमुना थी।
बहन यमुना को भाई यमराज से बहुत ही लगाव था और वह बहुत ही प्रिय थे।

यमुना जी अपने भाई यमराज को काफी समय से खाने पर आमंत्रित कर रही थी। लेकिन इनके भाई यमराज जी के पास समय नहीं था। एक दिन बहन यमुना जी ने होने भैया को अपने घर पर खाने के लिए बुलाया और उन्हें वचन दिया की उन्हें आज खाने पर आना ही होगा।

इस दिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया थी। यमराज जी अपनी बहन के घर गए। उनको देख बहन की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। अपने भैया के लिए उन्होंने अच्छा व्यंजन, खाना बनाया। उनके तिलक किया, मिठाई खिलाई, उनकी आरती की।

अपनी बहन के द्वारा किये गए आदर सत्कार से यमराज जी बहुत ही प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छा अनुसार वर देने को कहा। “वर में, बहन ने अपने भाई यमराज जी से हर साल अपने घर पर आने का वर माँगा और जो बहन मेरे जैसे अपने भाई को खाने पर बुला कर उनका आदर सत्कार कर, ठीका करे उनकी आरती करे। वो भाई बहन के घर सुख, समृद्धि, ख़ुशी मिले। वो हमेशा प्रसन्न व साथ साथ रहे।”

अपनी बहन यमुना जी के ऐसा वर मांगने पर वह उन्हें तथास्तु कर वह वापस अपने घर चले गए।

बस इसी दिन से ही भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है।

भाई दूज के दिन आरती की थाली के सामग्री

  • सिंदूर
  • अक्षत
  • फूल
  • सुपारी
  • पान का पत्ता
  • चांदी का सिक्का
  • नारियल
  • केला
  • मिठाई

Disclaimer – Bhai Dooj Kyu Manaya Jata Hai

सभी त्योहारों की कुछ न कुछ विशेषता होती है। यह किसी न किसी कारन से शुरू किया जाते है। जैसा पहले बताया है की अलग अलग लोग अलग अलग मत है।
ऊमीद है आपको यह Bhai Dooj Kyon Manaya Jata Hai आर्टिकल पसंद आया होगा।

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