CDN Kya Hota Hai | अपनी Blog Website के लिए क्या फायदेमंद है

What is content delivery network? How it works?

By Praveen Kalyan


आपने ब्लॉग या वेबसाइट बनाई। इसके बाद आप चाहेंगे की उसकी Speed तेज हो ताकि कोई भी उसको Open करे तो जल्दी Open हो। CDN भी इसी काम के लिए होता है। CDN आपकी site को तेजी से load करवाने के सबसे आसान तरीकों में से है. आज के आर्टिकल में देखते है यह CDN Kya Hota Hai कैसे यह अपनी Blog Website के लिए क्या फायदेमंद है।

ब्लॉग बनाए के कुछ समय बाद आप जरूर अपनी वेबसाइट की speed चेक कीजिये। बिना इसके आपका SEO बिल्कुल अधूरा है।

CDN (Content Delivery Network) क्या होता है | CDN Kya Hota Hai in Hindi

आसान भाषा में, जैसे अपने ब्लॉग या वेबसाइट बनाते Time किसी कंपनी से Hosting खरीदी। इसमें आपने India के Data Center को Select किया है। वो इसलिए, क्युकी India से कोई भी आपकी website को Open करेगा तो उसे कम Time लगेगा।

इस Case में आपका Data Center INDIA है। तो आपकी वेबसाइट का data, सभी files यही India के data Center में होस्ट किये जाते हैं.

अब कोई भी आपकी वेबसाइट पर आता है तो आपकी site के Files या data यही से उसके Browser (जहाँ से काम कर रहा है) पर Load हो जाते है। इस तरीके से Time कम लगेगा।

CDN का उदाहरण क्या है | Example of CDN

जैसा की ऊपर बताया है। मान लीजिये की आपकी वेबसाइट बनाई इसकी Data Center अमेरिका को आने चुना। अब कोई अपने India से आपकी वेबसाइट को खोलेगा तो उसे कुछ सेकण्ड्स का Time ज्यादा लग जायेगा।

क्युकी वो User जब Google में request करेगा तो पहले वो request अमेरिका के data center पर जायेगा फिर वहां से आपकी वेबसाइट की files उस User के browser तक वापस आएगी।

इस प्रक्रिया में कुछ सेकण्ड्स का फर्क पड़ जाएगा। क्युकी वेबसाइट Open होने में, कुछ Nano Seconds के अंदर हजारो-लाखो वेबसाइट आपके google page पर आ जाती है।

अगर आपकी website Nano-second से ज्यादा second का Time भी लेती है तो बहुत पीछे रह जाएगी।

CDN का इतिहास

User तक भारी मात्रा में और डेटा को तेजी से पहुंचाने के लिए CDN लगभग 1990 के आस पास बनाए गए। इनमे Developers द्वारा और भी Research लगातार किये जा रहे है। CDN के विकास को चार पीढ़ियों में वर्गीकृत किया जा सकता है:

पहली पीढ़ी: सीडीएन की पहली पीढ़ी मुख्य रूप से गतिशील (dynamic) और स्थिर (static) सामग्री के वितरण पर केंद्रित थी, क्योंकि तब Web पर केवल दो type के content थे। उस समय principle mechanisms वो creation और implementation of replication था।

दूसरी पीढ़ी: अगली CDN आई जो उपयोगकर्ताओं और समाचार सेवाओं के लिए video और audio content या Netflix जैसी services की स्ट्रीमिंग पर केंद्रित थी। इस पीढ़ी ने मोबाइल उपयोगकर्ताओं तक वेबसाइट Content पहुंचाने का रास्ता भी साफ कर दिया

तीसरी पीढ़ी: यह अभी वर्तमान समय है CDN की तीसरी पीढ़ी। इसमें नए अनुसंधान (research) और विकास किया जा रहा है। भविष्य में CDN और उन्नत तरीके से काम करेगी।

CDN काम में लेने से आपके ब्लॉग वेबसाइट को क्या फायदे है

CDN के उपयोग करने से हमारे वेबसाइट को कई सारे benefits हैं। जैसे, आपके page की speed बेहतर होती है। इससे आपकी site तेजी से load होगी और User ज्यादा अच्छा लगेगा।

ब्लॉग Page की Speed बढ़ेगी

आप CDN का Use करते है। तो इस CASE में आपके site के data है उनकी एक copy अलग -अलग जगह के CDN data center के पास होगी। इससे पास के User के पास data जल्दी पहुँच जाते है। इस तरह से आपकी Website की Speed बढ़ जाती है। User को जल्दी Content पहुँच जायेगा और उपयोगकर्ता आपकी वेबसाइट पर बने रहेंगे।

लोगो और Google में आपकी विश्वनीयता ज्यादा होगी

उपयोगकर्ता ज्यादा देर तक आपकी वेबसाइट पर बने रहेंगे तो आपकी site का Bounce Rate भी कम होगा। इससे Google को आपकी website पर भरोषा होगा उसे लगेगा की आपकी वेबसाइट में जो Content है वो सही है और लोगो को पसंद आ रहा है। इन सब का निष्कर्ष यह होगा की Google आपकी वेबसाइट को SERP में सबसे ऊपर रखेगा।

राष्ट्रीय अन्तराष्ट्रीय स्तर पर बढ़त मिलेगी

Blogging एक Time-Taking Process है। आपको लंम्बे समय तक डेट रहना है। धीरे – धीरे समय के साथ आपकी site में सुधर होगा और वो राष्ट्रीय स्तर पर फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर blog या वेबसाइट ऊपर आती जाएगी।

अचानक High Traffic को संभालेगा

आपने कुछ आर्टिकल लिखा और उसका कंटेंट लोगो को पसंद आ रहा है। इस Case में आपकी Article viral हो सकता है और आपकी वेबसाइट पर अचानक High Traffic आने की उम्मीद होती है। CDN के CASE में यह आपकी SITE के high traffic को भी handle कर सकती है।

वरना Internal server error” और “Database error” ऐसे error आ सकते है।

Google में Ranking बढ़ेगी

Google आपकी site को Rank में ऊपर रखता है इसके लिए कई पैरामीटर होते है। सबसे पहले पहले आप अच्छे से SEO कीजिये। आपको हर point पर ध्यान देना होगा क्युकी आज के समय competition बहुत है।
SEO, Backlink, Internal Linking, External linking इन सब के साथ साथ यह भी जरुरी है।
इससे Google आपकी दूसरी sites से ज्यादा महत्त्व देगा और उनसे Ranking में ऊपर रखेगा।

इसमें पैसे न के बराबर

CDN Web hosting से बहुत ज्यादा सस्ते होते हैं। आपकी वेबसाइट की files CDN servers से आएंगी। इसलिए आपको अपने web hosting के bandwidth cost के बारे में फ़िक्र मत कीजिये।

सुरक्षित Server

सीडीएन का इस्तेमाल सर्वर के लोड को कम करती है। क्यूंकि यहाँ आपका Files या data कंटेंट किसी एक सर्वर पर नहीं बल्कि अलग अलग जगहों के सर्वरों में विभाजित है। उस तरीके से इस condition को handle कर सकती है।

High User Experience

कोई Visitor आपकी website पर आता है। उसके Content को देखता, पढता है तो इस प्रक्रिया को user Experience कहा जाता है। अच्छा article नहीं होना , कुछ भी लिख देना इससे User Experience अच्छा नहीं होता है। इस तरह ना तो वो Visitor वापस आना पसंद नहीं करेगा और ना ही वो किसी दूसरे को Share करेगा।

CDN का प्रयोग करने से आपकी Website की Loading Speed बढ़ जाती है। User Experience अच्छा होगा।

CDN kaise kaam karta hai?

content delivery network के data centers अलग-अलग यह कई देशो में है, geographical location पर होते हैं और जब आपकी site एक CDN network use करती है, और कोई reader आपकी site खोलता है. तो उस User के nearest data center से आपके browser पर files (Images, static files) serve किये जाते हैं.

यह ping, latency को कम करता है और इस तरह से आपकी site तेजी से load होती है. CDN use करने का यह first और prime benefit है.

सीडीएन के विभिन्न प्रकार क्या हैं Types Of CDN

Peer-to-Peer [P2P] Network
Push

Peer-to-Peer (P2P)

यह CDN Peer to Peer प्रोटोकॉल का उपयोग करके काम करता है। peer to peer CDN में, सामग्री को एज सर्वर पर cached नहीं किया जाता है। इसके बजाय, नेटवर्क का प्रत्येक उपयोगकर्ता जो सामग्री तक पहुंचता है वह भी सामग्री साझा करता है।

इस प्रकार यह सीडीएन बहुत decentralized होते हैं और ज्यादातर व्यक्तियों के कंप्यूटरों से बने होते हैं। इसको सर्वरों के छोटे नेटवर्क का प्रयोग करके तैयार किया जाता है।

Push

पुश सीडीएन के साथ, वेबसाइट के मालिक या डेवलपर के रूप में आप इसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार होते है।

अनुरोध किए जाने पर पीओपी सर्वर द्वारा वेब पेज डेटा खींचने की प्रतीक्षा करने के बजाय, आप कोई भी अनुरोध किए जाने से पहले ही सर्वर पर अपनी इच्छित content भेज रहे हैं। यह जानकारी और इसके संबंधित तत्व तब तक कैश में संग्रहीत किए जाएंगे जब तक इसे हटाया या शुद्ध नहीं किया जाता।

पुश सीडीएन का उपयोग करके, आपका पूरा नियंत्रण होता है। आप POP सर्वर पर जो दबाते हैं.

Best CDN Providers List

1. Cloudflare
2. Fastly
3. KeyCDN
4. Akamai
5. StackPath
6. Amazon CloudFront
7. CDN77
8. Microsoft Azure CDN

Content Delivery Network (CDN) सवाल

CDN फाइल क्या है?
एक सीडीएन HTML पेजों, JavaScript File, Image और वीडियो सहित इंटरनेट सामग्री को लोड करने के लिए जल्दी ट्रांसफर की अनुमति देता है।

CDN kya hai?
content delivery network, इसमें Different geographically area में DATA center होते है जो वेब कंटेंट को यूजर्स तक जल्दी पहुँचने का काम करता है।

Thank You So Much

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